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अगर आप इस साल घूमने की योजना बना रहे हैं, तो भारत के ये 5 पर्यटन स्थल आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकते हैं: 1️⃣ काश्मीर – इसे ‘धरती का स्वर्ग’ कहा जाता है और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकती है। 2️⃣ राजस्थान – ऐतिहासिक किलों, महलों और रेगिस्तानी सफारी के लिए मशहूर, यह स्थान हर ट्रैवलर की लिस्ट में होना चाहिए। 3️⃣ गोवा – समुद्र तट, पार्टी लाइफ और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए प्रसिद्ध गोवा हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। 4️⃣ केरल – ‘गॉड्स ओन कंट्री’ कहा जाने वाला केरल अपनी बैकवॉटर टूरिज्म और हरियाली के लिए जाना जाता है। 5️⃣ मेघालय – बादलों से ढका यह राज्य अपनी प्राकृतिक गुफाओं और झरनों के लिए मशहूर है। इन स्थानों पर जाकर आप भारत की विविधता और संस्कृति का बेहतरीन अनुभव ले सकते हैं।
पारंपरिक पर्यटन से हटकर अब भारत में इको-टूरिज्म का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लोग अब प्राकृतिक स्थलों की सैर करना और वहां के पर्यावरण को नुकसान पहुँचाए बिना यात्रा करना पसंद कर रहे हैं। उत्तराखंड, सिक्किम, और केरल जैसे राज्यों में इको-फ्रेंडली रिसॉर्ट्स और होमस्टे का चलन बढ़ रहा है। पर्यटकों को जैव विविधता से भरपूर स्थानों का अनुभव देने के लिए सरकार भी नए इको-टूरिज्म प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। हाल ही में, हिमालयी क्षेत्रों में प्लास्टिक मुक्त पर्यटन को बढ़ावा दिया गया है, जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। कई स्थानों पर अब इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ और साइकिल चलाने की सुविधाएँ दी जा रही हैं, ताकि प्रदूषण कम हो सके। इको-टूरिज्म न केवल प्रकृति को सुरक्षित रखता है, बल्कि स्थानीय समुदायों को भी आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है। यह ट्रेंड भविष्य में भारत के पर्यटन उद्योग को और अधिक सस्टेनेबल बना सकता है।
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भारत सरकार पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नए कदम उठा रही है। हाल ही में ‘देखो अपना देश’ और ‘इनक्रेडिबल इंडिया’ अभियानों के तहत अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न योजनाएँ शुरू की गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि 2025 तक भारत में विदेशी पर्यटकों की संख्या 50% तक बढ़ सकती है। सरकार ने ई-वीजा प्रक्रिया को आसान बनाया है और कई ऐतिहासिक स्थलों के नवीनीकरण पर जोर दिया जा रहा है। राजस्थान, केरल, गोवा और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में पर्यटक सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है। इसके अलावा, धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देने के लिए ‘रामायण सर्किट’ और ‘बुद्धिस्ट सर्किट’ जैसी योजनाएँ चलाई जा रही हैं। पर्यटन से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है और भारतीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। होटल और ट्रैवल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र नई ऊँचाइयों को छूएगा।
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